कश्मीर में इस्लामी शासन लागू करने की साजिश रचने वाले तहरीक ए हुर्रियत पर लगा प्रतिबंध

Subhash Kumar.
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के संगठन तहरीक ए हुर्रियत पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। केंद्र सरकार ने इस संगठन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है यह कार्रवाई यूएपीए कानून के तहत की गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी देकर बताया है कि यह संगठन गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया गया है, यह संगठन जम्मू कश्मीर राज्य को भारत से अलग करके राज्य में इस्लामी शासन लागू करना चाहता है। तहरीक ए हुर्रियत नामक संगठन का गठन भारत देश के विरोध आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने एवं प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए किया गया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे यह भी कहा है कि तहरीक ए हुर्रियत जम्मू कश्मीर नामक संगठन को यूएपीए कहता हाथ असंवैधानिक संगठन घोषित करते हुए पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आतंकवाद के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कोई भी व्यक्ति या संगठन यदि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो उसे मिटा कर रख दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने इस संबंध में गजट नोटिफिकेशन जारी करते हुए अपने नोटिफिकेशन में कहा है कि तहरीक ए हुर्रियत सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी करने एवं आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फंड इकट्ठा करने में संलिप्त रहा है। इसके साथ ही यह संगठन भारत देश की संवैधानिक संस्थाओं के प्रति अपने अंदर अपमान का भाव रखता है। सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों को इस संगठन के सभी सदस्य श्रद्धांजलि देते हैं। साथ ही नोटिफिकेशन में यह भी लिखा गया है कि तहरीक ए हुर्रियत नामक संगठन लोकतांत्रिक व्यवस्था की प्रक्रिया में आस्था या विश्वास नहीं रखता है।

साभार गूगल
जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के द्वारा वर्ष 2004 में तहरीक ए हुर्रियत का गठन किया गया था। सैयद अली गिलानी के बाद तहरीक ए हुर्रियत का अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ सेहराई को बनाया गया, जिनका वर्ष 2021 में निधन हो गया था।

साभार गूगल
यह संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस का सहयोगी संगठन है और हुर्रियत कांफ्रेंस जम्मू कश्मीर के लगभग 26 संगठनों का एक समूह है, जिसका गठन वर्ष 1993 में भारत विरोधी कार्य करने के लिए एवं आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।