कचरा बेंच कर केंद्र सरकार ने कमाए ₹1163 करोड़ की राशि

चंद्रयान -3 जैसे दो मिशन हो सकते हैं फाइनेंस
Subhash Kumar.
वर्ष 2021 में अक्टूबर माह से लेकर अब तक में केंद्र सरकार ने स्क्रैप की बिक्री करके लगभग 1163 करोड रुपए कमाए हैं। इसमें वर्ष 2023 के अक्टूबर माह में 1 महीने के अभियान से अविश्वसनीय 557 करोड रुपए भी शामिल किए गए हैं।
‘प्रभासाक्षी’ की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकारी रिपोर्ट के आधार पर कहा गया है कि अक्टूबर 2021 से लेकर अब तक में केंद्र सरकार के कार्यालयों से आश्चर्यजनक रूप से लगभग 96 लाख भौतिक फाइलों को हटा दिया गया है, जिससे कार्यालयों में कुल मिलाकर लगभग 355 लाख वर्ग फुट से भी ज्यादा का स्थान रिक्त हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप कार्यस्थलों के बरामदे को स्वच्छ कर दिया गया है। इसके साथ ही खाली स्थानों को मनोरंजन एवं अन्य लाभकारी कार्यों हेतु उपयोग में ले लिया गया है।

साभार गूगल
भारत देश के सफल रहे चंद्रयान -3 मिशन पर लगभग 600 करोड़ रुपए का बजट खर्च हुआ था। इस आंकलन के अनुरूप केंद्र सरकार खराब हो चुकी कारों, कार्यालय में खराब हुए उपकरणों एवं फाइलों सहित अन्य कचरा बेचकर इनमें से इतनी धनराशि प्राप्त की है, जिससे कि दो अलग अलग भारतीय चंद्रयान मिशन को वित्त पोषित किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान बहुत ही व्यापक एवं अनिवार्य रूप से महत्वपूर्ण रहा है।
इस वर्ष 2023 में कचरे का विक्रय करने से सरकार को 556 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जिनमें से अकेले रेल मंत्रालय ने लगभग 225 करोड़ रुपए की धन राशि प्राप्त की है। वहीं रक्षा मंत्रालय ने 168 करोड़ रुपए, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय से 56 करोड़ रुपए तथा कोयला मंत्रालय को 34 करोड़ रुपए सहित अन्य कई शीर्ष मंत्रालय ने भी काफी धनराशि एकत्र की है। केंद्र सरकार को अक्टूबर 2021 से अब तक में कुल मिलाकर 1163 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है।।

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