तारीख पर तारीख वाला युग होगा समाप्त : अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री

Subhash Kumar.
दिल्ली. तीन नए आपराधिक कानूनों वाला विधेयक राज्यसभा में पास कर दिया गया है। राज्यसभा द्वारा आईपीसी, सीआरपीसी एवं साक्ष्य अधिनियम के स्थान पर तीन अपराधिक विधेयक भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक 2023, भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता 2023 एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) 2023 को पारित किया गया है।
भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नए आपराधिक कानून के पारित होने के बाद से तारीख पर तारीख वाले युग का अंत सुनिश्चित हो जाएगा। इसके साथ ही 3 वर्ष में न्याय मिलेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हमने कहा था कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस वाली नीति लागू की जाएगी।

साभार गूगल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के माध्यम से राष्ट्र के विरुद्ध कार्य करने वाले लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। तीनों नए आपराधिक कानून लागू होने के बाद फिर से लेकर निर्णय होने तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। आपराधिक कानूनों का प्रमुख उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध लोगों को दंड देना था। लेकिन! अब मुझे गर्व है कि भारतीय संसद ने आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए नए कानून बनाए हैं। आपराधिक न्याय प्रणाली में नए आपराधिक कानून नए युग की शुरुआत करेंगे। नए आपराधिक कानून को लेकर सरकार ने स्थायी समिति के सदस्यों से 72% सुझाव स्वीकार कर लिए हैं।