बरही तहसील के परसवारा, बहिरघटा, ताली रेत खदान पर लोगों के बीच हुई जनसुनवाई

(सत्येंद्र गौतम):
बरही तहसील के परसवारा, बहिरघटा, ताली रेत खदान का लोगो के बीच हुई जनसुनवाई।
जनसुनवाई में सैकड़ो की संख्या में पहुँचे ग्रामीण,
3 खदानों का 2 अप्रैल को हुई लोकजनसुनवाई।
*सुरक्षा के लिहाज से बरही पुलिस रही मुस्तैद*
कटनी जिले की बरही तहसील क्षेत्र के ग्राम परसवारा, बहिर्घटा और ताली स्थित रेत खदान संचालन के लिए लोक जनसुनवाई का आयोजन 2 अप्रैल को सम्पन्न हुआ। सुनवाई स्थल पर सुबह से ही ताली गांव में स्थानीय लोग उपस्थित होकर अपनी अपनी सहभागिता दिखाई। सुबह 9 बजे से ताली की रेत खदान में लोकजनसुनवाई शुरू हुई जिसमें गांव के सरपंच कन्हैया विश्वकर्मा सहित सभी लोग उपस्थित रहे।1 बजे तक 3 गांव में पर्यारण स्वीकृति हेतु लोक जन सुनवाई की गई। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से बरही पुलिस थाना से पुलिस कर्मी उपस्थित रहे। मंच पर एसडीएम महेश मंडलोई, पर्यावरण विभाग कटनी के अधिकारी राजेन्द्र शुक्ला, बरही के नायब तहसीलदार श्री नामदेव पटवारी श्रीमती प्रतिभा मिश्रा सहित राजस्व व पर्यावरण विभाग का महकमा मौजूद था।
बरही तहसील के बहिर्घटा स्थित रेत खदान के खसरा 71, 186, 631 में लीज क्षेत्रफल 16. 150 हेक्टेयर में पर्यावरण स्वीकृति राज्य खनन निगम लिमिटेड के माध्यम से 10 वर्ष के लिए खनन की स्वीकृति दी गई है, जिसमे 154 लोगो को रोजगार देने, 2 लाख 90 हजार 700 घन मीटर सलाना उत्पादन में 2 करोड़ 30 लाख रुपए प्रस्तावित लागत पर पर्यावरण रखरखाव पर 32 लाख 99 हजार पूंजीगत लागत व आवर्ती लागत 8 लाख 48 हजार 500 रुपए सलाना, जबकि गांव के विकास के लिए 4 लाख 60 हजार रुपए कंपनी खर्च करेगी। वही 19 हजार 400 पौधों का वृक्षरोपण पर 32 हजार 400 रुपए प्रस्तावित किया किया गया है।
ग्राम परसवारा स्थित रेत खदान के खसरा नंबर 358 में 15.00 लीज क्षेत्र में 2 लाख 43000 घनमीटर प्रतिवर्ष खनन करने केस प्रस्ताव है।
यह जनसुनवाई मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कटनी द्वारा आयोजित की गई
जनसुनवाई कर रहे अधिकारी ने तर्क दिया कि जहां नदी में जल है वहां उत्खनन नही होगा, यदि ठेकेदार ऐसा करता है तो ठेका निरस्त हो जाएगा….
*स्थानीय जरूरतमंदों को रोजगार की वकालत*
जनसुनवाई के दौरान स्थानीय जरूरतमंदों को रोजगार देने की आवाज उठाई गई, जिस पर सुनवाई कर रहे अधिकारी ने ग्रामीणों को बताया कि यह प्रावधान में है कि ठेका कंपनी को स्थानीय लोगो को रोजगार उपलब्ध कराना होगा…
*कंप्यूटर मिल जाए तो ठीक होगा*
जनसुनवाई कर रहे अधिकारी ने यह भी बताया कि बहिर्घटा में गांव के विकास कार्यो के लिए 4 लाख 60 हजार रूपए खर्च किए जाएंगे, इस राशि से मंदिर, सड़क व मरम्मत के कार्य कराएं जा सकते है, जिस पर लोगों ने कम्प्यूटर की शिक्षा उपलब्ध कराने तो एक ने हो रहे यज्ञ में सहयोग करने की वकालत करने लगे। गाँव के ग्रामीणों का यह भी कहना था कि खदान पहले भी चली है और अब भी चलेगी, उन्हें इससे कोई गुरेज नही है, बस गांव का विकास हो जाए, गरीबों को रोजगार मिल जाए….
*सरपंच लगातार रहे उपस्थित
जनसुनवाई में आम ग्रामीणों के अलावा गांव के सरपंच व गांव के लोग उपस्थित रहे।…सुनवाई के दौरान ग्रामीण सरपंच कन्हैया विश्वकर्मा रमेस प्रसाद,मनोज प्रसाद सहित सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थित रही जहाँ जनसुनवाई की कार्यवाही सम्पन्न हुई।