ग्वालियर में जिस बच्ची से गैंगरेप हुआ, उसके परिवार ने छोड़ दिया गांव, पुलिस बोली – वह यहां सुरक्षित नहीं है

Subhash Kumar.
ग्वालियर. सोमवार की रात ग्वालियर जिले के भंवरपुरा में आरोपियों ने 15 वर्षीय नाबालिग के माता पिता की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर 15 वर्षीय नाबालिग बालिका के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद से ही पूरा परिवार डरा और सहमा हुआ था। लाचार परिवार की जान को खतरा बताकर ग्वालियर पुलिस ने अपनी निगरानी में शिवपुरी भेज दिया है।
शुक्रवार की देर शाम गैंगरेप पीड़िता के पिता ने खदान का काम भी छोड़ दिया था। घटना के बाद से पीड़िता अपनी मां के सिवाय अन्य किसी से बात नहीं कर रही है। वहीं पिता का मानना है कि स्थान परिवर्तित करने के बाद शायद पुनः से बेटी के चेहरे पर खुशी लौट आए।
पीड़ित आदिवासी परिवार लगभग 1.5 माह पूर्व ही ग्वालियर जिले के भंवरपुरा में काम की तलाश में आया था। पिता के काम छोड़ने के बाद से अब परिवार पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपी संजीव गुर्जर, उम्र लगभग 24 वर्ष एवं आरोपियों के मददगार बंटी गुर्जर, उम्र लगभग 30 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया था। बंटी ने आरोपियों को पीड़ित नाबालिग बालिका के घर का पता दिया था और घटना के समय कुछ दूरी पर खड़ा था। गिरफ्तार हुए दोनों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया, जहां दोनों को 2 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। एवं तीसरा आरोपी आकाश गुर्जर खदान संचालक का बेटा है, पुलिस ने आरोपी आकाश गुर्जर को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी डकैत गुड्डा गैंग का सदस्य रह चुका है और यह अभी भी फरार चल रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इसका नाम सार्वजनिक नहीं किया है।
प्रशासन ने बुलडोजर की कार्रवाई करते हुए बंटी गुर्जर के घर को ध्वस्त कर दिया है और आरोपी द्वारा वन विभाग की 20 बीघा जमीन पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाकर वन विभाग की 20 बीघा जमीन मुक्त कराया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि शिकार करने की लालसा से आए थे और बंटी के घर शराब पी इसके बाद शिकार किया है।