ग्वालियर में लगातार पांव पसार रहा डेंगू! इन लक्षणों को न करें नजर अंदाज, इन बातों का रखें ध्यान

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में इन दिनों डेंगू कहर बरपा रहा है ,शहर में करीब 150 पैथोलॉजी लैब संचालित हैं और यहां पर डेंगू की जांच भी हो रही हैं लेकिन इसकी जानकारी सीएमएचओ कार्यालय को नहीं दी जा रही, शहर के सरकारी आंकड़ों में हर रोज 50 से 60 डेंगू के मरीज निकल रहे हैं। लेकिन जबकि हकीकत में शहर में डेंगू के रोज 100 से ज्यादा मरीज निकल रहे हैं।आपको बता दें कि अभी तक ग्वालियर में डेंगू से दो लोगों की मौत भी हो गई है। बुधवार को डेंगू के 318 मरीज के सैंपल की जांच हुई इसमें 54 मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई है।
क्या है डेंगू शॉक सिंड्रोम?
डेंगू शॉक सिंड्रोम डेंगू का ही बढ़ा हुआ अगला रूप है। यह डेंगू बुखार की दूसरी और तीसरी स्टेज में होता है। इसमें मरीज का बुखार कई दिनों तक नहीं उतरता है और होंठ नीले पड़ने लगते हैं, त्वचा पर लाल चकत्ते और दाने तेजी से उभरते हैं. साथ ही मरीज की नब्ज बहुत धीमे चलने लगती है।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर बच्चे या बड़े को बुखार है तो उसे पैरासीटामोल दें और घर पर ही लिक्विड डाइट देने के साथ मच्छरों से बचाव का ध्यान रखें
बुखार के मरीज का बार-बार बीपी जांचते रहें. साथ ही बच्चा है तो उससे पूछते रहें कि कहीं से खून तो नहीं आ रहा है. अगर ऐसा कोई लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
एक या दो दिन में बुखार उतर रहा है तो घबराने की बात नहीं है, लेकिन अगर बुखार बढ़ रहा है तो उसे अस्पताल लेकर आएं और डॉक्टर को दिखाएं.
अगर बुखार के साथ ही बच्चे के शरीर पर चकत्ते पड़ रहे हैं, वह अचेतावस्था में जा रहा है और उसे ठंड व कंपकंपी आ रही है तो ये लक्षण गंभीर हैं. ऐसे में बच्चे को बिना देर किए अस्पताल में लेकर पहुंचें।