मंदिर भूमि नीलामी का विरोध: ग्वालियर से भोपाल तक पदयात्रा करेंगे पुजारी, प्रशासनिक नियंत्रण खत्म करने की उठी मांग”

दतिया। (शाहिद कुरेशी की रिपोर्ट): मध्य प्रदेश के दतिया जिले में मंदिरों की जमीन की नीलामी के विरोध में पुजारियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। दतिया जिले के असनई स्थित रामलला मंदिर में जिलेभर के पुजारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ग्वालियर, शिवपुरी और भिंड जिलों के पुजारी भी शामिल हुए।
बैठक के बाद कथावाचक पंडित रामेष्ट चतुर्वेदी ने बताया कि शासन द्वारा मंदिरों की जमीन की नीलामी के आदेश जारी किए गए हैं, जिससे पुजारी समाज आहत है। इस विरोध के तहत पुजारियों ने औपचारिक घोषणा करते हुए ग्वालियर से भोपाल तक पदयात्रा करने का निर्णय लिया है। इस यात्रा में प्रदेशभर के पुजारी शामिल होंगे और सरकार से मांग करेंगे कि मंदिरों की जमीन की नीलामी पर तुरंत रोक लगाई जाए।
पंडित चतुर्वेदी ने बताया कि 1974 से पहले मंदिरों की जमीन के भू-स्वामी पुजारी ही होते थे, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद इन जमीनों का प्रबंधन जिला प्रशासन, यानी कलेक्टरों को सौंप दिया गया। अब पुजारी समाज की एक स्वर में यही मांग है कि मंदिरों की जमीन प्रशासनिक नियंत्रण से मुक्त की जाए और नीलामी की प्रक्रिया रद्द की जाए।
