ग्वालियर में बन रहे हैं पिस्टल और रिवाल्वर के फर्जी लाइसेंस,चार संदेही पकड़े, कलेक्टर के हस्ताक्षर भी नकल किए.

ग्वालियर में बन रहे हैं पिस्टल और रिवाल्वर के फर्जी लाइसेंस,चार संदेही पकड़े, कलेक्टर के हस्ताक्षर भी नकल किए.

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पिस्टल और रिवाल्वर के लाइसेंस नकली बन रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में ले लिया है। नकली लाइसेंस की जानकारी जब ग्वालियर से भोपाल तक पहुंची तो हड़कंप मच गया और कलेक्टर ने जांच के निर्देश दे दिए। फर्जी लाइसेंस पर जिले के अपर कलेक्टर से लेकर कलेक्टर तक के नकली साइन कर दिए गए थे। लाइसेंस में यूनिक आईडी भी फर्जी डाली गई थी और सॉफ्टवेयर की जगह हाथ से बनी डायरी से यह नकली लाइसेंस तैयार किए गए थे।

फर्जी बंदूक लाइसेंस की पहचान तब हुई जब ओरिजिनल लाइसेंस से इनका मिलान किया गया।विश्वविद्यालय थाना पुलिस ने कलेक्टर के निर्देश पर फर्जी लाइसेंस धारक रामनिवास ,अमित और एदल सिंह के साथ दलाल सतीश सोनी को पकड़ लिया है। रामनिवास के भाई गजेंद्र सिंह का कहना है कि दलाल सतीश सोनी रामनिवास के घर में किराए से दुकान चलाता है।

रामनिवास का लाइसेंस साल 2023 से भोपाल में पेंडिंग पड़ा था सोनी ने कहा था कि 1 लाख रुपए दे दो एक महीने में लाइसेंस करा दिया जाएगा इसके बाद सतीश ने 40 हजार रुपए एडवांस ले लिए थे और दो दिन पहले लाइसेंस का फोटो भेज कर 60 हजार रुपए की व्यवस्था करने के लिए कहा जब रामनिवास फोटो में भेजे गए लाइसेंस को चेक करने कलेक्ट्रेट पहुंचा तब उसे पता चला कि लाइसेंस फर्जी है और इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई।

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