असम के ग्वालपाड़ा वन क्षेत्र में अवैध मस्जिद को बुलडोजर चला कर किया गया ध्वस्त

Subhash Kumar.
ग्वालपाड़ा. असम राज्य के ग्वालपाड़ा जिले के नलबाड़ी आरक्षित वाले वन के हिस्से में असम सरकार ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। इसके साथ ही वन्य अधिकारियों ने वन के भीतर बने हुए एक अनाधिकृत रूप से बने हुए मस्जिद को गिरा दिया है।
असम सरकार ने प्राकृतिक विरासतों की रक्षा करने एवं वन संरक्षण कानूनों को लागू करने हेतु एक व्यापक पहल का हिस्सा बताते हुए यह कार्रवाई की है। लोगों के द्वारा नलबाड़ी रिजर्व फॉरेस्ट में बस्तियां बसा कर अतिक्रमण कर लिया गया था।
‘विकसित भारत समाचार’ की एक रिपोर्ट के अनुसार वन अधिकारी तेजस मेरी स्वामी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा है कि नलबाड़ी आरक्षित वन में निष्कासन का अभियान चलाया जा रहा है। राज्य सरकार के निर्देश के राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार अतिक्रमण को साफ करके जंगल को खाली करना होगा। वन अधिकारी तेजस मेरी स्वामी ने आगे कहा है कि जंगल को खाली करने के साथ ही मानव एवं हाथी के बीच संघर्ष को भी कम किया जा सकेगा।

All photos by google
असम राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में वन संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते हुए मई 2021 से पूरे असम में इस अभियान को तेजी के साथ चलाया जा रहा है। आरक्षित वन क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों ने मस्जिद को गिरने से रोकने हेतु राज्य सरकार को आवेदन भी दिया, लेकिन! अनधिकृत रूप से बने हुए मस्जिद को प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चला कर ढहा दिया गया है।
वहीं प्रशासनिक कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों का दावा है कि इलाके के लोग अल्पसंख्यक समुदाय के हैं, इसलिए असम सरकार के द्वारा सहानुभूति नहीं दिखाई गई है। नलवाड़ी रिजर्व फॉरेस्ट में वन भूमि को अनाधिकृत रूप से अतिक्रमित करके अवैध मस्जिद का निर्माण किया गया था जिसमें अब प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलाकर मस्जिद का विध्वंस कर दिया गया है। वन्य प्रशासन ने वन को अनधिकृत निर्माण से मुक्त करने हेतु सरकार के नियमों के अनुरूप बताया है।